यूटिलिटी डेस्क. ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने अपने प्लेटफॉर्म पर “हिंदी” इंटरफेस उपलब्ध कराने की घोषणा की है। कल्याण कृष्णमूर्ति, सीईओ, फ्लिपकार्ट ग्रुप ने कहा, ‘भाषा एक सुविधा है न कि बाधा, हमारा मानना है कि देश में ई-कॉमर्स को अपनाने में मातृ भाषा की क्षमता अहम भूमिका निभाएगी।’
उद्योग से जुड़ा एक अध्ययन बताता है कि भारत में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले 90 फीसदी नए यूजर्स मातृ भाषा का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में उन्हें सहज, आराम और निर्णय लेने में मदद करने के लिए मातृ भाषा में ई-कॉमर्स अनुभव उपलब्ध कराना जरूरी है। हिंदी की क्षमता के साथ यूजर्स अपने मनचाहे उत्पादों की सभी सूचनाएं और सर्च हिंदी में देख सकेंगे- यह ऐसी भाषा है जिसके यूजर्स की संख्या 2021 तक अंग्रेज़ी से आगे निकल जाएगी।
फ्लिपकार्ट ने यह समझने के लिए गहन अध्ययन किया कि किस तरह ग्राहकों को ऑनलाइन लाने और उनके ई-कॉमर्स को बेहतर बनाने के लिहाज़ से मातृ भाषा का अनुभव उपलब्ध कराने के लिए सर्वश्रेष्ठ भारतीय भाषाओं का लाभ उठाया जा सकता है।
- यूजर रिसर्च से ग्राहकों के व्यवहार के बारे में दिलचस्प जानकारियां सामने आईं जिनसे पता चलता है कि अगर भाषा का समाधान ठीक तरह से किया जाए तो यह एक बाधा नहीं बल्कि अवसर है। हालांकि ग्राहक आधारभूत अंग्रेज़ी में पढ़ना और लिखना जानते हैं, लेकिन मातृभाषा से उन्हें अलग तरह का आराम और सुविधा मिलती है जो उन्हें ऑनलाइन लाने के लिहाज़ से महत्वपूर्ण है।
- इस रिसर्च से यह भी पता चला कि छोटे शहरों से आने वाले ग्राहकों के समूह डेबिट/क्रेडिट कार्ड, ईएमआई जैसे डिजिटल शब्दों को बेहतर समझते हैं जिससे उनके लिए ई-कॉमर्स का इस्तेमाल करना आसान होगा। रिसर्च से पता चला कि मातृभाषा में ई-कॉमर्स का इस्तेमाल करने से ग्राहकों को अधिक आत्मविश्वास मिलता है और निर्णय लेने में स्वतंत्रता का अहसास होता है।