गैजेट डेस्क. कॉलर की पहचान करने वाली ऐप ट्रूकॉलर ने बुधवार को घोषणा की ऐप ने 50 करोड़ डाउनलोड्स का आंकड़ा पार कर लिया है और इसी के साथ ऐप के दुनियाभर में 15 करोड़ एक्टिव यूजर्स हो गए हैं। कंपनी का कहना है कि वॉट्सऐप और फेसबुक मैसेंजर के बाद ट्रूकॉलर भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जानी वाली कम्युनिकेशन ऐप है।
ट्रूकॉलर के सीईओ और को-फाउंडर एलन मामेडी का कहना है कि यह हमारे लिए काफी बड़ी उपलब्धि है। 50 करोड़ डाउनलोड और 15 करोड़ डेली एक्टिव यूजर होना असाधारण है।
कुछ दिन पहले कंपनी ने घोषणा की थी कि ट्रूकॉलर ने एक करोड़ पेईंग सब्सक्राइबर का आंकड़ा पार कर लिया है। साथ ही यह भी कहा कि कंपनी ने पेड सब्सक्रिप्शन सर्विस ट्रूकॉलर प्रीमियम में कई नए फीचर भी जोड़े हैं।
कंपनी के बेंगलुरु, गुरुग्राम और मुंबई में ऑफिस है, जिसमें कंपनी के आधे से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं।
कुछ दिन पहले ऐप में आए बग के कारण इसका यूपीआई पर बेस्ड डिजिटल प्लेटफार्म प्रभावित हो गया था। इस बग की वजह से देशभर में ट्रूकॉलर यूजर्स का ऐप के यूपीआई आधारित पेमेंट फीचर में खुद ही रजिस्ट्रेशन हो गया। जिसका यूजर्स का पता भी नहीं चला।
कंपनी ने हाल ही में ऐप के लिए वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकोल (VoIP) कॉलिंग फीचर लॉन्च किया है जिसमें यूजर्स वाई-फाई और मोबाइल डेटा की मदद से कॉलिंग कर सकते हैं। लेकिन फिलहाल इस फीचर का इस्तेमाल सिर्फ एंड्रॉयड यूजर्स कर सकते हैं।