इस्लामाबाद.पाकिस्तान इंटरनेट पर आजादी के मामले में दुनिया के 10 सबसे बुरे देशों में शामिल है। इस बात का खुलासा इंटरनेट उपयोग का आकलन करने वाली कंपनी फ्रीडम हाउस ने मंगलवार को अपनी सालाना फ्रीडम ऑन दी नेट (एफओटीएन) रिपोर्ट में किया। इसमें ऐसे 100 देशों को शामिल किया गया, जहांइंटरनेट पर लिखने-बोलने जैसी आजादी कम है। पाकिस्तान को इसमें26वां स्थान दिया गया है।
सूची में सबसे कम स्थान पाने वाले देशों की स्थिति सबसे खराब मानी गई है। पिछले साल रिपोर्ट में पाकिस्तान 25वें स्थान पर था। रिपोर्ट के मुताबिक,पाकिस्तान में चुनाव प्रभावित करने के लिए इंटरनेट का उपयोग हो रहा है। सर्वे कंपनीने कहा- पाकिस्तान में चुनावी माहौल बनाने के लिए एकपक्षीय राजनीतिक विश्लेषणों और बोट सॉफ्टवेयर की मदद ली जा रही है। न्यूज पोर्टल से गलत सूचनाएं दी जाती हैं। जानबूझकर वेबसाइटों पर बैन लगाया या उन्हें ब्लॉककिया जाता है।
क्षेत्रीय रैंकिंग में पाकिस्तान तीसरे स्थान पर
ऑनलाइन स्वतंत्रता में क्षेत्रीय रैंकिंग के लिहाज से पाकिस्तान, वियतनाम और चीन के बाद तीसरे स्थान पर है। लगातार नौवें साल जारी रिपोर्ट में पाकिस्तान को इंटरनेट उपयोग में आने वाली बाधाओं के लिए 25 में से 5 अंक और सामग्री पर नियंत्रण में 35 में 14 अंक मिले हैं। पाकिस्तान को यूजर्स राइट इंडेक्स के उल्लंघन के लिए 40 में से 14 अंक मिले हैं।
कंटेंट हटाने के लिए दबाव डाला जाता है
पाकिस्तान में इंटरनेट के हालात पर डिजिटल राइट्स फाउंडेशन (डीआरएफ) ने रिपोर्ट तैयार की है। डीआरएफ के अनुसार, पाकिस्तान में 6.7 करोड़ ब्रॉडबैंड कनेक्शन हैं। राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक मुद्दों पर सामग्री प्रकाशित करने वाली 8,00,000 वेबसाइटोंपर मनमाने ढंग से प्रतिबंध लगाया गया है।