लाइफस्टाइल डेस्क. लंदन में एक पौधे ने हाल ही में दुनिया की पहली सेल्फी ली है। चिड़ियाघर में मौजूद यह पौधा खुद से एनर्जी जनरेट करता है और हर 20 सेकंड में फोटो कैप्चर करता है। वैज्ञानिकों का कहना है यह वाइल्ड लाइफ की मॉनिटरिंग करने का बेहतरीन तरीका है। इसकी मदद से कई तरह के शोध को बढ़ावा मिलेगा। जूलॉजिकल सोसायटी ऑफ लंदन के मुताबिक, पौधे में लगा पावर कैमरा और सेंसर सेल्फी लेने में मदद करते हैं।
लंदन के चिड़ियाघर में जूलॉजिकल सोसायटी ऑफ लंदन के वैज्ञानिकों ने माइक्रोबियल फ्यूल सेल विकसित की थी। यह एक तरह की डिवाइस है जो माइक्रोऑर्गेनिज्म की उपस्थिति में केमिकल एनर्जी को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में बदलती है। शोधकर्ताओं का कहना है कैमरे की मदद से जंगल के ऐसे हिस्से पर नजर रखी जा सकती है जहां आसानी से पहुंचना मुमकिन नहीं होता।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस तकनीक का इस्तेमाल ऐसे पौधों में किया गया है जो छायदार जगह में लगे होते हैं, जैसे फर्न। ऐसे पौधे खास तरह की ऊर्जा रिलीज करते हैं, इसका इस्तेमाल पौधे में लगे कैमरे और सेंसर ईधन की तरह करते हैं।
जूलॉजिकल सोसायटी ऑफ लंदन के संरक्षणकर्ता डेविस की मुताबिक, जैसे-जैसे पौधे बढ़ते हैं उनमें बायोमैटर इकट्ठा होता जाता है। जो प्राकृतिक रूप से बैक्टीरिया के लिए भोजन का काम करते हैं। ये बैक्टीरिया मिट्टी में पाए जाते हैं और इनकी मदद से फ्यूल सेल डिवाइस में ऊर्जा पैदा होती है। जिसका इस्तेमाल सेंसर और कैमरे के लिए किया जाता है।
संरक्षणकर्ता डेविस कहते हैं, ज्यादातर मामलों में ऊर्जा का स्तर लिमिटेड होता है जैसे बैटरी और सूरज की रोशनी से ऊर्जा बनाने वाले सोलर पैनल। लेकिन जो पौधे छाया में रहते हैं उनमें जनरेट होने वाली ऊर्जा की कोई लिमिट नहीं होती। एक फ्यूल सेल 0.1 मिली वॉट पावर जनरेट करती है। ऐसे कई सेल्स को जोड़कर डिवाइस बनाई गई है। ये डिवाइस तापमान, नमी, पौधे की ग्रोथ की भी जानकारी देती है।