गैजेट डेस्क. अमेरिकीकंपनी एपल का सबसे बड़ा इवेंट आज (10 सितंबर) को कैलिफोर्निया के कूपर्टीनो में होगा। इवेंट का आयोजन स्टीव जॉब्स थिएटर मेंभारतीय समयानुसार रात 10:30 बजे शुरू होगा। कंपनी ने इसे ‘एपल स्पेशल इवेंट’ का नाम दिया है। माना जा रहा है कि एपलइसमें नए फ्लैगशिप मॉडल आईफोन11 के साथ आईफोन XS, आईफोन XS मैक्स के अपग्रेडेड वैरिएंट भी लॉन्च कर सकती है। इस इवेंट की लाइव स्ट्रीमिंग फोन और कम्प्यूटर दोनों पर 3 प्लेटफॉर्म की मदद से देख सकते हैं।
दैनिक भास्कर प्लस ऐप और वेबसाइट पर
एपल के लाइव इवेंट से जुड़ी सभी डिटेल दैनिक भास्कर ऐप प्लस और वेबसाइट www.bhaskar.com पर भी देख पाएंगे। यहां पर एपल के सभी प्रोडक्ट और सर्विसेज की डिटेल स्टोरी के साथ साइड स्टोरी भी दिखाई जाएंगी। साथ ही, नए आईफोन का फर्स्ट इम्प्रेशन और रिव्यू भी दिखाएंगे। ऐप को इस लिंक पर क्लिक करके डाउनलोड करें।
कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट
‘एपल स्पेशल इवेंट’ की लाइव स्ट्रीमिंग एपल की ऑफिशियल वेबसाइट www.apple.com/apple-events पर की जाएगी। यहां पर कंपनी अपने यूट्यूब चैलन की लिंक को शेयर करेगी। जहां इवेंट की रियल टाइम स्ट्रीमिंग दिखाई देगी। यूजर्स वेबसाइट पर जाकर यहां दिए गए ‘Add to your calendar’ पर जाकर इसे मार्क भी कर सकते हैं।
ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर
इवेंट की लाइव स्ट्रीमिंग कंपनी के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल ‘Apple‘ पर भी की जाएगी। यहां पर कंपनी ने इवेंट के लाइव वीडियो की लिंक पहले ही शेयर कर दी है, जो ‘Apple Special Event — September 10, 2019’ के नाम से है। यूजर इस वीडियो पर जाकर रिमायंडर का ऑप्शन ऑन कर सकते हैं। जिससे इवेंट शुरू होने पर आपके पास नोटिफिकेशन आ जाएगा। एपल की यूट्यूब पर 9.1 मिलियन (91 लाख) सब्सक्राइबर्स हैं।
इस बार एपल इवेंट में क्या होगा?
हर साल एपल के निमंत्रण में खास इशारे होते हैं जैसे 2017 में लिखा था ‘लेट्स मीट एट अवर प्लेस’ तो सामने आया था नया स्टीव जॉब्स थिएटर। 2018 के इंविटेशन में रोज गोल्ड रिंग के साथ लिखा ‘गैदर अराउंड’ तो सामने आए गोल्डन आईफोन और एपल वॉच। इस बार लोगो के रंग से अनुमान लगाया जा रहा है कि मैट ग्रीन आईफोन आ सकता है। लेवेंडर भी कभी नजर नहीं आया है, यह भी प्रोडक्ट्स में दिख सकता है।
आईफोन 11 सीरीज की संभावितकीमत और लॉन्चिंग ऑफर
- आईफोन 11 की शुरुआती कीमत 749 डॉलर (लगभग 53000 रुपए) हो सकती है। वहीं, इसके अन्य वैरिएंट की कीमत 799 डॉलर (लगभग 57500 रुपए) और 899 डॉलर (लगभग 64700 रुपए) हो सकती है।
- आईफोन 11 प्रो की शुरुआती कीमत 999 डॉलर (लगभग 71,000 रुपए) हो सकती है। वहीं, इसके अन्य वैरिएंट की कीमत 1,199 डॉलर (लगभग 86,000 रुपए) हो सकती है।
- आईफोन 11 प्रो मैक्स के बेस मॉडल की शुरुआती कीमत 1,099 डॉलर (79000 रुपए) और 512GB वैरिएंट की कीमत 1299 डॉलर (लगभग 93,500 रुपए) हो सकती है।
- भारत में आईफोन 11 सीरीज 20 सितंबर को लॉन्च हो सकती है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक इन फोन्स पर पेटीएम 10,000 रुपए तक कैशबैक देगा। कैशबैक एपल वॉच सीरीज 5 पर भी मिलेगा।
ऐसा होगा एपल आईफोन 11
- आईफोन 11 में 5.8-इंच का फुल-व्यू डिस्प्ले मिलेगा। इसमें 14+12+12 मेगापिक्सल का ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप मिलेगा। इसमें एक रेग्युलर लेंस, दूसरा पोर्ट्रेट लेंस और तीसरा वाइड एंगल लेंस है। सेल्फी के लिए फोन में 10 मेगापिक्सल कैमरा मिलेगा।
- इसमें एपल का A12 बायोनिक हेक्सा-कोर प्रोसेसर मिलेगा। फोन में 512जीबी का स्टोरेज मिलेगा। फोन iOS 13 के साथ आएगा। आईफोन XS, आईफोन XS मैक्स में भी अपडेट ऑपरेटिंग सिस्टम मिलेगा।
- फोन पर ओलियोफोबिक कोटिंग मिलेगी। यानी आईफोन 11 में बेहतर ग्रिप देने के लिए बैकसाइड में चमक कम रखी गई है। आईफोन 11 पूरी तरह वाटरप्रूफ होगा।
- फोन में 4000mAh की बैटरी होगी, जो वायरलेस चार्जिंग को सपोर्ट करेगी। इसमें डुअल सिम सेट होगा। एक नैनो और दूसरी ई-सिम रहेगी, जो कैरियर से डायरेक्ट लोडेड रहेगी।
- सिक्योरिटी के लिए फेस अनलॉक मिलेगा, लेकिन फिंगरप्रिंट स्कैनर हटा दिया गया है। पुराने आईफोन की तरह इसमें हेडफोन जैक नहीं मिलेगा। यानी एपल एयरपॉड्स की मदद से म्यूजिक का मजा ले पाएंगे।
आईफोन-11 प्रो के साथ कंपनी फास्ट चार्जर दे रही है। यह 18 वॉट फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करेगा और यूएसबी टाइप-सी कनेक्टर से लैस होगा। वहीं आईफोन-11 जिसे आईफोन XR के अपग्रेड वर्जन के तौर पर उतारा जा रहा है में पारंपरिक 5 वॉट यूएसबी-ए चार्जर ही देखने को मिलेगा।
एपल एनालिस्ट कुओ ने अपने लेटेस्ट नोट में कहा कि नए आईफोन में रिवर्स वायरलेस चार्जिंग और पेंसिंल सपोर्ट की सुविधा भी नहीं मिलेगी। इससे पहले उन्होंने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था की नए आईफोन में रिवर्स वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट देखने को मिल सकता है। जिसके जरिए यूजर्स को एयरपॉड्स और एपल स्मार्टवॉच चार्ज कर सकेंगे।
एपल वॉच अपडेट
इस साल पुरानी एपल वॉच में ही कुछ अपडेट्स दिए जा सकते हैं। एपल वॉच 5 की आमद की उम्मीद फिलहाल नहीं है। सिरेमिक और टाइटेनियम फिनिश की आमद से जुड़े संकेत जरूर हैं। वैसे एपल वॉच का इतिहास रहा है कि कभी इसके लॉन्च से पहले कोई लीक्स सामने नहीं आए हैं। इस बार अगर परंपरा कायम रहती है तो दो तरह की एपल वॉच 5 सामने आ सकती हैं।
मैकबुक
16 इंच की स्क्रीन वाली नई मैकबुक पर काम चल रहा था। इसे लॉन्च किया जा सकता है। मैकबुक के बटरफ्लाय कीबोर्ड को बदला जा सकता है। हाल ही में ऑप्टिकल की बोर्ड का पेटेंट हुआ है, यह दिया जा सकता है।
एअरपॉड्स
नए एअरपॉड्स की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। इस साल मार्च में ही नया मॉडल आया था लेकिन एअरपावर चार्जिंग पैड की वजह से इसकी वापसी हो गई थी। नए अपडेट के साथ इसे अनाउंस किया जा सकता है।
एपल iOS 13 के फीचर्स
सबसे तेज ओएस : आईओएस 13 कंपनी का अबतक का सबसे तेज ऑपरेटिंग सिस्टम है। यह ऐप और उन्हें मिलने वाले अपडेट का तरीका पूरी तरह से बदल देगा। कंपनी का दावा है कि इसका डाउनलोड साइज पहले से 50% कम है साथ ही इसका अपडेट साइड भी 60% तक कम हो गया है। नए ओएस में फेसआईडी फीचर 30% तेजी से काम करेगा।
नए कैमरा मोड : कंपनी के मुताबिक इसके पोर्ट्रेट लाइटनिंग मोड में स्टूडियो लाइटिंग में पोजीशन और इन्टेंसिटी को वर्चुअली एडजस्ट किया जा सकेगा। नए आईओएस 13 में पोर्ट्रेट लाइटनिंग इफेक्ट की इन्टेंसिटी को बढ़ा-घटा सकते हैं।
डार्क मोड : पिछले साल जहां कंपनी ने मैकओएस के लिए डार्क मोड जारी किया था। लेकिन अब आईओएस 13 के जरिए कंपनी अपने नए स्मार्टफोन में डार्कमोड दे सकती है। इस फीचर के जरिए अब स्टॉक एपल वालपेपर्स में डार्क मोड के ऑप्शन मिलेंगे साथ ही फोटो, रिमाइंडर्स, डार्क थीम के अलावा यूजर इंटरफेस में डार्क मोड देखने को मिलेगा।
पर्सनलाइज्ड मिमोजी : मिमोजी को और ज्यादा व्यक्तिगत बनाने के लिए आईओएस 13 में एपल कई सारे कस्टमाइजेशन करने के ऑप्शन जोड़ेगा। इसके जरिए यूजर अपने चेहरे पर आधारित मिमोजी बना सकेगा, जो की-बोर्ड ऐप में उपलब्ध रहेंगे। इन कस्टमाइजेशन में हेडगियर, ग्लासेस और टूटे दांत तक शामिल होंगे, जिनके इस्तेमाल से यूजर अपने चेहरे के अलग अलग मिमोजी बना सकेगा।
स्वाइपिंग की-बोर्ड : कंपनी ने नए ऑपरेटिंग सिस्टम में स्वाइपिंग कीबोर्ड की सुविधा भी मिल सकती है। ये आईओएस 13 का डिफॉल्ट कीबोर्ड होगा, यानी यूजर को किसी तरह के ऐप को इन्स्टॉल करने की जरूरत नहीं होगी। पिछले ऑपरेटिंग सिस्टम में स्वाइप की-बोर्ड के लिए थर्ड पार्टी ऐप को इंस्टॉल करना पड़ता था।
एपल मैप : एपल के इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम में एपल मैप भी मिलेगा। कंपनी का कहना है कि ये ऐप जमीन को बेहतर तरीके से दिखाता है, जिससे यूजर को मैप का बेहतर व्यू मिलता है।
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