बिटकॉइन माइनिंग क्या होती है ? यह कैसे की जाती है?
Bitcoins के transactions को Verification करने की प्रक्रिया (Process) को mining कहते हैं। Transaction verified हो जाने पर Miners को नए bitcoins मिलते हैं। सतोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) नाम के शख्स ने Bitcoin की शुरुआत 2009 में की थी।
जब बिटकॉइन माइनिंग कर के क्रिप्टोकरेंसी बनाई जा सकती है, तो फिर यह इतनी महंगी क्यों है ?
देखिये बिटकॉइन माइनिंग से बिटकॉइन बनेगा नहीं !!
माइनिंग मतलब ?
एक व्यक्ति दूसरे को बिटकॉइन ट्रांसफर करता है तो उस ट्रांजेक्शन को वेरिफाइड किया जाता है और यह एक विशेष गणितीय अल्गोरिदम को सॉल्व करने पर होता है। उसके रिवॉर्ड के रूप में कुछ बिटकॉइन मिलते हैं। यही माइनिंग है।
यह सब प्रोग्रामिंग के जरिये उसमें फीड है कि कब इसकी हाफिंग (ब्लॉक माइनिंग में रिवार्ड हर चार साल बाद आधा हो जाता है) होगी। कब तक ब्लॉक माईन होंगे। हैश पॉवर के अनुसार ट्रांजेक्शन फीस कम-ज्यादा होती रहती है।
कुल 2 करोड़ 10 लाख (21मिलियन) बिटकॉइन ही 2140 तक माईन हो सकते हैं । इसी लिमिट की वजह से बिटकॉइन महंगा होता है। मतलब मांग ज्यादा आपूर्ति कम !!
क्या एक आम आदमी बिटकॉइन को बना सकता है? इसमें कितनी इलेक्ट्रिसिटी की खफ्त होती है?
ये माईन होता है। जैसे सोना जमीन में मौजूद है , लेकिन उसको ढूंढ कर खुदाई करनी पड़ती है।बिटकॉइन को बनाने वाला बना गया अब इसके नेटवर्क में ‘ब्लॉक’ की माइनिंग होती है और एक विशेष गणितीय एल्गोरिदम सॉल्व होने पर बिटकॉइन रिवॉर्ड के रूप में मिलता है।
इसकी माइनिंग आम आदमी कर सकता है और कर भी रहे हैं। एक ठीक-ठाक माइनिंग रिग की कीमत 5 लाख के आसपास पड़ेगी
ध्यान देने योग्य बात ये है कि इसके ग्राफिक कार्ड महंगे आते हैं। आपको कम से कम 5 या इससे ज्यादा ग्राफिक कार्ड प्रयोग करने पड़ेंगे। आपकी मशीन रात दिन चलेगी । उन्हें ठंडा रखने के लिए AC और मशीन में बिजली की खपत आपकी माइनिंग से महंगी पड़ेगी । इस लिए इसको माईन करने से अच्छा लोग इसे डायरेक्ट खरीद लेते हैं।
क्या बिटकॉइन में पैसा लगाने के लिए अब बहुत देर हो चुकी है?
किसी भी चीज़ के लिए तब तक देर नही होती जब तक वह गायब ना हो जाये, ओर बिटकॉइन एक ऐसी टेक्नोलॉजी है तो बढ़ती ही जाएगी। किन्ही कारणों की वजह से अभी कमज़ोर जरूर है परंतु जल्दी ही सब इसे फिर ऊपर जाता हुआ देखेंगे।इसलिए हम कहेंगे नहीं! वास्तव में, दुनिया अब धीरे-धीरे इसे अपना रही है |भारत मे NPCI डिजिटल bit coin पर कम कर रही है , आने वाले समय मे हर देश का अपना bit coin होगा |
बिटकॉइन कैसे प्राप्त की जाती है?
आज एक बिटकॉइन की कीमत लगभग 12 लाख है। लेकिन आपको निवेश करने के लिए एक बिटकॉइन खरीदने की जरूरत नहीं है। आप बिटकॉइन का एक हिस्सा खरीदकर शुरू कर सकते हैं। बिटकॉइन में निवेश शुरू करने के लिए आवश्यक न्यूनतम राशि लगभग 500 रुपये है।
भारत में Bitcoins खरीदने की कानूनी प्रक्रियाएँ क्या हैं?
सबसे पहले, आपको स्वयं KYC (Know Your Customer) सत्यापित करवाना होगा। उसके लिए, आपको अपना पैन कार्ड और वैध पता प्रमाण जमा करना होगा। अगला कदम एक बैंक खाता है। सुनिश्चित करें कि पैन और बैंक खाता एक ही व्यक्ति का है। सत्यापन प्रक्रिया में लगभग 2-3 कार्य दिवस लगते हैं। आप इसके बाद ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।
भारत में, आप कुछ विश्वसनीय बिटकॉइन ऐप या ऑनलाइन एक्सचेंजों से बिटकॉइन खरीद सकते हैं। इस तरह के काफी सारे ऐप हैं। कुछ का नाम Zebpay, UnoCoin, BuyUcoin आदि हैं। पर इसमे इन्वेस्ट करने से पहले गूगल से और जानकारी प्राप्त कर लें |
भारत में बिटकॉइन कैसे खरीदें?
भारत में बिटकॉइन खरीदने के कई वेबसाइट है। लेकिन कुछ ही वेबसाइट ऐसी है जिनपे भरोसा किया जा सकता है, इसलिए किसी भी ऐसी वैसी वेबसाइट से बिटकॉइन या कोई भी क्रिप्टोकोर्रेंसी न खरीदे।
कुछ सबसे सुरक्षित वेबसाइट की लिस्ट में यहाँ दे देता हूँ उनका इस्तेमाल कीजिये, यह वो भारतीय वेबसाइट है जो काफी टाइम से भारत में चल रही है और विश्वास करने लायक है।
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