गैजेट डेस्क. मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली डिजिटल कंपनी रिलायंस जियो ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ (MPCG) सर्कल में नया इतिहास रचा है। पहली बार जियो का सकल राजस्व जून, 2019 की तिमाही में एक हजार करोड़ रुपए का आंकड़ा पार कर गया है। पिछले कई महीनों से रिलायंस जियो द्वारा एमपीसीजी में टेलिकॉम इंडस्ट्री में हर दूसरा रुपया कमाया जा रहा है।
अब जियो द्वारा एक और बड़ी सफलता हासिल की गई है, क्योंकि कंपनी ने इस तिमाही में 1039 करोड़ रुपए का सकल राजस्व दर्ज किया है। पूरे भारत में अपने संचालन के दौरान जियो ने एमपीसीजी सहित पांच दूरसंचार सर्कलों में 1,000 करोड़ रुपए से अधिक का सकल राजस्व दर्ज किया है। इन सर्कलों की सूची में एमपीसीजी सबसे ऊपर है।
एमपीसीजी में जियो का सकल राजस्व (एजीआर) मार्च, 2019 की तिमाही में हासिल 801.6 करोड़ रुपए से 73.7 करोड़ रुपए बढ़कर जून, 2019 तिमाही में 875.18 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। वहीं, जियो की राजस्व बाजार हिस्सेदारी मार्च तिमाही में 52.86 प्रतिशत बढ़ कर जून तिमाही में 53.84 प्रतिशत हो गई है।
वोडाफोन आइडिया, जो एजीआर में दूसरी सबसे बड़ी राजस्व बाजार हिस्सेदारी रखती है, मामूली गिरावट दर्ज कर रही है और मार्च तिमाही में 415.02 करोड़ रुपए का एजीआर दर्ज करने के बाद जून तिमाही में 404.55 एजीआर हासिल करने में सफल रही।
सर्कल में दूरसंचार उद्योग के कुल एजीआर मार्च तिमाही में 1,516.80 करोड़ रुपए से 108.6 करोड़ रुपए बढ़कर जून तिमाही में 1,625.43 करोड़ रुपए दर्ज किया गया। कुल मिलाकर, जियो ने 53.84 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ नेतृत्वकारी भूमिका में है। वहीं वोडाफोन आइडिया के पास 24.89 प्रतिशत शेयर, भारती एयरटेल के पास 17.64 प्रतिशत और अन्य के पास 4 प्रतिशत से कम है।
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