Truecaller क्या है और कैसे काम करता है?

क्या Truecaller का उपयोग घातक हो सकता है?

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हां।ट्रू कॉलर ऐप्स उन घातक ऐप्स में से एक है जो कि उपयोगकर्ता के डाटा को रिकॉर्ड करता रहता है।Truecaller आपके कांटेक्ट नंबर की सारी डिटेल्स अपने सर्वर पर के जाकर सेव कर देता है।आप ही सोचो जरा कि वह आपके ही कांटेक्ट से सारी इनफार्मेशन लेकर सेव कर देता है और कॉल के दौरान वही दिखाता है जो कि आपके कांटेक्ट में सेव है।मतलब यह है कि वह आपके ही डाटा को लेकर आपको भी दिखाता है और आपको लगता है !वाह मैंने तो किसी की जानकारी निकाल ली।

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Truecaller की एक जानकारी के मुताबिक आपको बता दे की truecaller बिना आपके परमिशन के आपके ही नंबर से यूपीआई रजिस्ट्रेशन के लिए आईसीआईसी बैंक को एक मैसेज भेजा था।उनके ट्विट इंफॉर्मेशन में बताया गया था कि यह एक बग्स की वजह से हुई है।लेकिन उसके बाद इस बग़ को फिक्स कर दिया गया है।

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अब बात आती कि truecaller काम कैसे करता है?

दरअसल ट्रूकॉलर में इस एप्स का प्रयोग जिन जिन उपयोगकर्ता करते हैं उनकी कांटेक्ट इनफार्मेशन की सारी डिटेल्स अपने सर्वर पर ले जाता है जो कि एक नंबर को भिन्न-भिन्न व्यक्तियों द्वारा अलग अलग नाम से सेव करते हैं तो ऐसे में ट्रूकॉलर फोन कांटेक्ट को जांच करता है उसमें जो एक समान नाम मिलता है वही नाम अपने सर्वर पर सेव कर देते हैं आइए हम इसे उदाहरण के तौर पर समझते हैं।

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उदाहरण के लिए –

मान लीजिए आपको किसी व्यक्ति का नाम अमन भैया करके सेव किया है तथा दूसरा व्यक्ति इसे अमन कुमार एवम् तीसरा व्यक्ति इसे अमन कुमार के नाम से सेव करके रखा है तब यहां पर आपको कोई अनजान व्यक्ति कॉल करेगा तब उसके truecaller में अमन कुमार दिखेगा।

मतलब ये है कि ये हमारी ही तरह अन्य truecaller उपयोगकर्ताओं का डाटा लेकर अपने सर्वर पर ले जाकर उन कांटेक्ट इंफॉर्मेशन कि जानकारी हम जैसे उपयोगकर्ताओं को ही देता हैं।

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जब आप पहली बार इसे ओपन करते है तब यह ऐप्स आपकी कुछ चीजे का परमिशन ले लेता है –

Call Logs :- यह ऐप्स कॉल लोग्स का एसेस ले लेता है इससे ट्रूकॉलर यह जानकारी प्राप्त करेगा कि आप किसे कॉल कर रहे हैं और आपको कौन-कौन व्यक्ति कॉल कर रहा है तथा आप कितनी देर किससे बात कर रहे हो।

Manage phone calls :- यह ऐसा की फोन कॉल को मैनेज भी कर सकता है इसमें इस बात की साफ-साफ जिक्र की गई है कि यह ऐप्स आपके फोन से किसी को भी कॉल कर सकता है।

Contact :- इसमेंइस बात की भी पुष्टि की गई है कि आपके सारे कांटेक्ट इनफार्मेशन को एक्सेस कर लेता है जिससे वह इस जानकारी का पता भी लगा लेता है कि आपने किन-किन नंबरों को कौन कौन से नाम से सेव कर रखा है और यह उनकी सारी कांटेक्ट डिटेल्स को अपनी सर्वर पर भी ले जाता है।

Send and View Message:- यह एप्स आपके फोन से किसी भी व्यक्ति को मैसेज भेज सकता है एवं उस फोन में प्राप्त मैसेज ओं को भी देख सकता है।

इसके बाद व अन्य कई तरह के परमिशन भी ले लेता जैसे लोकेशंस माइक्रोफोन यादी जैसे अन्य सभी चीजों का भी हो परमिशन ले लेता है।

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साधारण एवं आसान शब्दों में कहा जाए तो ट्रूकॉलर हमारे से ही डाटा लेकर हमी को दिखाता है तथा इसका प्रयोग करना हमारे लिए घातक सिद्ध हो सकता है।

  • Question: ट्रूकॉलर किस कंट्री का है
  • Answer : Truecaller स्वीडन कंट्री का है
  • Question: ट्रूकॉलर का मालिक कौन है
  • Answer : स्वीडिश कंपनी True Software Scandinavia AB द्वारा विकसित किया गया है

Truecaller ट्रू सॉफ्टवेयर स्कैंडेनेविया एबी द्वारा विकसित किया गया है, स्वीडन के स्टॉकहोम में एक निजी तौर पर आयोजित कंपनी है, जिसकी स्थापना 2009 में एलन ममेदी और नामी जर्रिंगहलम ने की थी। [5] इसे 1 जुलाई 2009 को ब्लैकबेरी द्वारा शुरू किया गया था। यह सिम्बियन और माइक्रोसॉफ्ट विंडोज मोबाइल के लिए उपयोगकर्ताओं द्वारा अच्छी प्रतिक्रिया के बाद शुरू किया गया था। यह Android और Apple iPhone के लिए 23 सितंबर 2009 को, 27 फरवरी 2012 को RIM ब्लैकबेरी के लिए, 1 मार्च 2012 को विंडोज फोन के लिए और 3 सितंबर 2012 को Nokia Series 40 के लिए जारी किया गया था। सितंबर 2012 तक Truecaller के पांच मिलियन उपयोगकर्ता थे जिन्होंने 120 का प्रदर्शन किया। हर महीने टेलीफोन नंबर डेटाबेस की मिलियन खोजें। 22 जनवरी 2013 तक Truecaller के 10 मिलियन उपयोगकर्ता पहुंच गए। जनवरी 2017 तक Truecaller दुनिया भर में 250 मिलियन उपयोगकर्ताओं तक पहुँच गया था। 4 फरवरी 2020 तक, यह विश्व स्तर पर 200 मिलियन मासिक उपयोगकर्ता-आधार को पार कर गया, जिसमें से 150 मिलियन भारत से थे

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कब कब हैक हुआ truecaller app

17 जुलाई 2013 को, Truecaller सर्वर को कथित तौर पर सीरियाई इलेक्ट्रॉनिक सेना द्वारा हैक कर लिया गया था ।समूह ने अपने ट्विटर हैंडल पर दावा किया कि 459 जीबी डेटाबेस बरामद किया है, मुख्य रूप से सर्वर पर वर्डप्रेस इंस्टॉलेशन के पुराने संस्करण के कारण।

8 जुलाई 2013 को, Truecaller ने अपने ब्लॉग पर एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया था कि उनकी वेबसाइट वास्तव में हैक की गई थी, लेकिन यह दावा करते हुए कि हमले ने किसी भी पासवर्ड या क्रेडिट कार्ड की जानकारी का खुलासा नहीं किया है।

23 नवंबर, 2019 को भारतीय- आधारित सुरक्षा शोधकर्ता  ने एक bug की खोज की जिसने उपयोगकर्ता डेटा के साथ-साथ सिस्टम और स्थान की जानकारी को उजागर किया। Truecaller ने इस जानकारी की पुष्टि की और बग को तुरंत ठीक कर दिया गया।

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