गैजेट डेस्क. स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव के लिए काम में जुटी टेक दिग्गज गूगल ने अमेरिका के 21 राज्यों के लाखों लोगों का हेल्थ डेटा बिना उन्हें जानकारी दिए बिना इस्तेमाल किया। गूगल ने सेंट लुई स्थित असेंशन के साथ मिलकर प्रोजेक्ट नाइटिंगेल शुरू किया है। असेंशन अमेरिका के 21 में से 20 राज्यों में 150 अस्पताल संचालित करती है। असेंशन के कुछ कर्मचारियों ने गूगल द्वारा यह डेटा लिए जाने पर चिंता जताई, इससे यह मामला खुला। दोनों कंपनियों में हुए करार के तहत इन अस्पतालों में इलाज कराने वाले मरीजों की महत्वपूर्ण हेल्थ डेटा गूगल क्लाउड पर अपलोड किया जा सकता है।
अमेरिका में लोगों का हेल्थ डेटा मेडिकल रिकॉर्ड कंपनियों के साथ साझा करने की अनुमति है, पर लोग गूगल जैसी कंपनियों पर भरोसा नहीं करते। क्योंकि इन पर कई बार गोपनीयता भंग करने और लोगों की निजी चिकित्सकीय जानकारी साझा करने के लिए भारी भरकम जुर्माना लगाया जा चुका है। ये दोनों संस्थान करीब सालभर से लोगों के हेल्थ डेटा का विश्लेषण कर रहे थे पर जानकारी विस्तार में सोमवार को ही सामने आई। कंपनी ने बयान में कहा कि इसका उद्देश्य मेडिकल पेशेवरों तक रोगी के डेटा को बेहतर तरीके तक पहुंचाना है। रोगी की देखभाल में सुधार और इलाज में मदद के लिए इस डेटा से इनसाइट लेना है।
सेहत की दिशा में काम करने के लिए गूगल हेल्थ रिकॉर्ड्स को पढ़ने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) की भी मदद ले रही है। इससे मरीज की सही स्थिति और बीमारी के स्तरों के बारे में सही अनुमान लगाने में मदद मिलेगी। असेंशन द्वारा दिए गए डाटा में लैब की रिपोर्ट्स, डॉक्टर द्वारा किए गए उपचार की जानकारी, अस्पताल में भर्ती होने संबंधी रिकॉर्ड, मरीजों के नाम, उम्र, जन्म तिथी और मेडिकल हिस्ट्री जैसी अहम जानकारियां साझा की गई हैं।