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कौन है राम भक्त गोपाल जिसने जामिया से आजादी देने की शुरवात की- ‘आओ ले लो आजादी’

Politics

जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले एक युवक ने फायरिंग की. जानकारी के मुताबिक एक युवक बंदूक लहराते हुए रैली के सामने आ गया और एक फायर कर दिया.

आज के दिन एक भटका हुआ नौजवान जो की पिस्तौल से किसी की जान नहीं ली बस एक गोली चलायी जिसे एक बार इसे सुधारने का मौका मिलना चाहिए इसका नाम रामभक्त है गोपाल बताया जा रहा है जो CAA-NRC के चल रहे विरोध से आहत था इसलिए ये गलत कदम उठा लिया

इससे पहले तिरंगा यात्रा के दौरान चन्दन नाम के एक हिन्दू लड़के की मुस्लिमो द्वारा गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी जो कि काशगंज का रहने वाला था | ये घटना भी इसके दिमाक में बहुत ज्यादा प्रभाव डाला था इसलिए ये भटक गया

घटना के दौरान वह पिस्तौल लहराते हुए जोर-जोर से चिल्ला और बाकी लोगों को धमका रहा था,”ये लो आजादी…मैं रामभक्त गोपाल।” फायरिंग के दौरान एक व्यक्ति जख्मी भी हुआ है, जिसका नाम शादाब बताया जा रहा है वह छात्र है। फिलहाल वह एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है।

जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले एक युवक ने फायरिंग की. जानकारी के मुताबिक एक युवक बंदूक लहराते हुए रैली के सामने आ गया और एक फायर कर दिया. इस दौरान युवक ने कहा आकर ले लो आजादी. इस फायरिंग में एक युवक घायल हो गया है. अब इस मामले में फायरिंग करने वाले युवक की पहचान हो गई है. युवक की पहचान रामभक्त गोपाल (19) के रूप में हुई है. साथ ही जिस युवक को गोली लगी है उसकी पहचान शादाब के रूप में हुई है जो जामिया में मास कम्युनिकेशन का छात्र है. आइए जानते हैं कि आखिर ये रामभक्त गोपाल कौन है.

जामिया में फायरिंग करने वाले युवक की पहचान राम भक्त गोपाल के रूप में हुई है जो जेवर के दाऊजी मोहल्ला कस्बा का रहने वाला है. उसके पिता राजेंद्र गोपाल शर्मा पान की दुकान चलाते हैं. राम भक्त गोपाल की फेसबुक प्रोफाइल (Ram Bhak Gopal Facebook profile) को देखें तो ऐसा लगता है कि वह शाहीन बाग और देश भर में चल रहे सीएए के खिलाफ प्रदर्शन से नाखुश था. लगातार इन प्रदर्शनों में लग रहे हमें चाहिए आजादी के नारे से वह इस कदर दुखी था कि जब उसने गोली चलाई तो कहा ‘आओ लेलो आजादी’.

फेसबुक के इंट्रो में राम भक्त गोपाल ने कहा कि ‘रामभक्त गोपाल नाम है हमारा. BIO में इतना काफी है. बाकी सही समय आने पर. जय श्री राम’.

फेसबुक पोस्ट देखा जाए तो पता चलेगा कि रामभक्त गोपाल काफी समय से प्रदर्शन में मौजूद था. उसने कई फेसबुक लाइव भी किए. इसके साथ ही उसने एक पोस्ट में लिखा ‘शाहीन भाग. खेल खत्म’. इसके साथ ही उसने एक अन्य पोस्ट में लिखा ‘कोई हिन्दू मीडिया नही है यहाँ’ ‘मैं यहां अकेला हिंदू हूं’.

रामभक्त गोपाल इस बात से पूरी तरह वाकिफ था कि वह क्या करने जा रहा है. उसे पता था कि जब वह गोली चलाएगा तो भीड़ उग्र हो सकती है. यह भी हो सकता है कि लोग वहां पर उसे मार डालें. इसी लिए उसने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा कि मेरी अंतिम यात्रा पर मुझे भगवा में लपेट कर ले जाना. और जय श्री राम का नारा लगाना.

एक पोस्ट में उसने लिखा कि चंदन भाई ये आपके लिए. जानकारी के मुताबिक यहां उसी चंदन की बात हो रही है जिसकी 2018 में तिरंगा यात्रा के दौरान कासगंज हिंसा में जान चली गई थी.

जबसे रामभक्त गोपाल ने फायरिंग की है तब से लगातार उसके फेसपुक प्रोफाइल पर प्रतिक्रियाएं अचानक से बढ़ गई हैं. कई लोग जहां उसका समर्थन कर रहे हैं. वहीं कई लोग इस बात की निंदा कर रहे हैं.

उसी समय के आसपास की एक श्रृंखला में, गोपाल ने कई संदेश भी डाले। नीचे हिंदी में, संदेश कहते हैं:

“Shaheen Bagh, the game is over.”

“मेरे अंतिम संस्कार को भगवा ध्वज में ढँकने के साथ जय श्री राम ‘का जाप करें।”

“यह बदला चंदन भाई के लिए है।”

“Don’t call me”

“I am the only Hindu here”

“There is no Hindu media here.”

“Take care of my house.”

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