Mirzapur 2 Review: कमजोर,धीमा और कहानी की जम्पपिंग

Mirzapur 2 Review: कमजोर,धीमा और कहानी की जम्पपिंग

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मिर्जापुर 2 अमेज़न प्राइम पर एक क्राइम-थ्रिलर श्रृंखला स्ट्रीमिंग है। एक्सेल एंटरटेनमेंट द्वारा निर्मित, श्रृंखला में पंकज त्रिपाठी, दिव्येंदु शर्मा, अली फज़ल, विजय वर्मा, श्वेता त्रिपाठी, ईशा तलवार, अंजुम शर्मा, अमित सियाल, रसिका दुगल, हर्षिता गौड़ और कुलभूषण खरबंदा हैं।
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Mirzapur 2 सबको राज करना है इस मिर्ज़ापुर पर पुराने घिसे पिटे डायलॉग मार मार के पकाते रहते है , गाव मे पोपुलर डायलाग को ही अपने अपने अंदाज मे पूरे सीरीज मे रटते रहते हैं ||

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सबको’ बदला लेना है सबको जन से मरने का सौख चढ़ा रहता है इस पूरे मिर्ज़ापुर 2 मे ||बेटा बड़ा हो गया है तो बाप का बदला लेगा , माँ उसे बताएगी उकसाएगी यही सब चलता रहता है | घिसा घिसा के मिर्जापुत्र मिर्ज़ापुर को खिचते हैं ओर फिर ये सीरीज धीमी होती चली जाती है |

मार काट ओर नए अंदाज मे तड़पा तड़पा के मरने का तरीका सिखाती है ये मिर्ज़ापुर , किरदार पिछले की अपेच्छा जादा अच्छा करने का कोसिस किए हैं पर हो नही प रहा उनसे , पहले सीजन का जो मजा है इसमे आपको नही मिलने वला है पर हाँ अगर आप जादा उम्मीद नही करत हो तव देख सकत हो ||

कोई किसी को रोकाए वाला नही है इसमे लगता है की पुलिस ओर कानून कुछौ नही है भारत मे यही संदेश पूरे विश्व को जा रहा है |

डिस्कवरी त्रिपाठी पूरे मजे मे है सीढ़ी लगा लगा के मजे लिए जा रहे हैं पूरे सीजन मे , लगता है की ये सीजन गोली और गालिए मे निपट जाएगा नाम बड़े हैं दरसन छोटे हैं

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बैठ के नही देख सकते हैं || अलग अलग सब लोग बेठिए ओर देखिये , बार बार सीन को इधर से उधर अचानक से फेक देते हैं तो थोड़ा ध्यान देना पड़ेगा की कब कोण सा सीन चल रहा हैं | नए नए गलियाँ सीखने को मिलेगा जो दोस्तो के बीच मे सान से मर सकते हैं|| डार्क वेब सीरीज का BGM म्यूजिक डाला गया है या कहो तो कॉपी सा लगता हैं | मेरी तरफ से इसे 5 मे से 2 स्टार मेलते हैं 5 मे 2 तारे मिर्ज़ापुर 2 को मिले हैं

बात पहले गुड्डू भइया का किरदार निभाने वाले अली फ़ज़ल की. मिर्ज़ापुर 2 को लेकर जो शख्स सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोर रहा था वो अली फ़ज़ल थे. क्यों कि बीते दिनों हुए एन्टी सीएए प्रोटेस्ट में अली फ़ज़ल ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी और ज़ोरदार भाषण भी दिया था तो एक बड़ा वर्ग इनके विरोध में आ गया था और केवल इनके कारण मुर्ज़ापुर सीजन 2 को बायकाट करने की बात कर दी थी ऐसे में अब जब हम सीजन 2 में गुड्डू भइया की एक्टिंग देखते हैं तो निराशा होती है. काश बॉडी और डंबल उठाने से ज्यादा वजन उन्होंने अपनी एक्टिंग को दिया होता. आए-हाए मजा दोगुना हो जाता. 1 साल तक जो इंतजार किया था उसका नतीजा मिलता लेकिन बात फिर वही है शायर पहले ही कह कर जा चुका है. हर किसी को मुकम्मल जहां नहींं मिलता.

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मिर्जापुर2 के बाद अब अली फजल के बायकॉट ने पकड़ा जोर, सीएए विरोध में कहा था- मजा आ रहा है सोशल मीडिया में #BoycottMirzapur ट्रेंड करने के बाद अली फजल ने कहा था कि हम ट्रेंड की दया पर नहीं जीते हैं। इसके बाद से #बॉयकाट_अली_फजल ट्रेंड कर रहा है।

मिर्जापुर: हिन्दू-घृणा से भरा पैकेज लेकर आया है 53 लाशों का जश्न मनाने वाला विषैला गैंग

मिर्जापुर दिल्ली दंगों में दिलबर नेगी, अंकित शर्मा व अन्य 5 दर्जन लोगों की मृत्यु का जश्न मनाने वालों का एक विषैला समूह है, जिसमें निर्माता फरहान अख्तर से लेकर कथित अभिनेता अली फ़ज़ल, विक्रांत मेसी सभी हिन्दू-घृणा की अफ़ीम को हर पल खाकर जीते हैं।

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मिर्ज़ापुर क्या है?

मिर्जापुर (Mirzapur 2) भारत के गाँव-देहातों में अनेकों खामियों के बावजूद मजबूत संस्कृति को भद्दे प्रकाश में दिखाने का एक मनोरंजनात्मक ज़हर है। इसका पहला सीज़न भी आप लोगों ने सब्सक्रिप्शन लेकर या बिना सब्सक्रिप्शन के दीगर ज़रियों से देखा ही होगा।

ग़र आप इसको महज पंकज त्रिपाठी के अभिनय तक सीमित कर के देखते हैं तो भुलावे में हैं। मनोरंजन की नज़र से इसके पहले सीज़न में साफ़तौर पर दिखता है कि किस तरह अखंडानंद त्रिपाठी और रति शंकर शुक्ला नाम के दो हिन्दू-ब्राह्मणों के बीच हर क़िस्म की गुंडागर्दी और गन्दगी परोसी गई है।

यह एक सामान्य उदाहरण है जिसे दर्शक को जानना चाहिए। जिहाद-परस्त व जिहाद-समर्थ इसी तर्ज पर नए दौर में तलवार, पेट्रोल बम के साथ साथ मनोरंजन के नाम पर सांस्कृतिक जिहाद पर बढ़-चढ़कर भागीदारी कर रहे हैं।

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