गैजेट डेस्क. दिग्गज ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी अमेजन के सीईओ और फाउंडर जेफ बोजेस ने गुरुवार को वाशिंगटन में हुए एक इवेंट में अपने कार्बन फुटप्रिंट के बारे में खुलासा किया। इसके साथ ही उन्हें यह आश्वासन भी दिया किया वह अब से जीवाशम ईंधन के इस्तेमाल को कम कर पर्यावरण के हित में काम किया जाएगा।
- कंपनी ने बताया कि वह हर साल 1000 करोड़ से ज्यादा चीजों की बिक्री करती है। इसके डिलीवरी के लिए वह जीवाशम ईंधन पर चलने वाले प्लेन और ट्रक का इस्तेमाल करते हैं। कंपनी का कहना है कि उन्होंने एक लाख इलेक्ट्रिक वैन का ऑर्डर दे दिया है। 2021 कर इनका इस्तेमाल डिलीवरी के लिए शुरू कर दिया जाएगा। कंपनी का कहना है कि 2023 तक वह रिन्यूएबल एनर्जी और सोलार पैनल से बनीं 100% एनर्जी का इस्तेमाल करना शुरु करेगा, जो आज से 40% ज्यादा होगी।
- अमेजन का कहना है कि कंपनी ने पिछले साल 44.4 मिलियन मैट्रिक टन कार्बन डाय ऑक्साइड का उत्सर्जन किया जो किसी भी छोटे देश को प्रदूषित करने के लिए काफी है।
- अप्पालेचियन स्टेट यूनिवर्सिटी केरिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर एनवायरनमेंट, एनर्जी और इकॉनोमिक के प्रोफेसर ग्रेग मारलेंड का कहना है कि अमेजन का ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन स्विट्जरलैंड और डेनमार्क के 85% उत्सर्जन के बराबर है।
- इसे रोकने के लिए कंपनी के कर्मचारियों ने भी अमेजन पर दवाब बनाया। पिछले साल आठ हजार से ज्यादा कर्मचारियों में कंपनी के जीवाशन ईंधन का इस्तेमाल रोकने, ऑयल कंपनियों के साथ काम न करने को लेकर कंपनी से मांग की। इसके अलावा 1500 कर्मचारियों में क्लाइमेट सपोर्ट को लेकर वॉक-आउट फ्राइडे जैसे कदम भी उठाए।जिसके बाद अमेजन में 2040 तक कार्बन रहित होने का फैसला लिया और अन्य कंपनियों से भी इसमें साथ देने की अपील की।
- इन सबके बाद कई बड़ी कंपनी जैसे माइक्रोसॉफ्ट और गूगल के कर्मचारियों भी वॉक-ऑन फ्राइडे करने को लेकर विचार कर रहे हैं। गुरुवार को गूगल ने कहा कि वह दुनियाभर में सोलर पैनल्स और विंड टार्बाइन्स लगाने को लेकर काम कर रही है।
- अमेजन ने कार्बन फुट प्रिंट को मापन के लिए अपने सभी बिजनेस को शामिल किया कि वे कितना उत्सर्जन करते हैं, जिसमें कंपनी के प्लेन और इको-किंडल समेत अन्य डिवाइस बनाने में लगने वाली एनर्जी भी शामिल थीं। अमेजन में इसमें खुद की फुड और ग्रोसरी चेन को भी शामिल किया।