फेसबुक कंपनी का नाम बदलकर मेटा कर दिया गया है। मेटा पैरेंट कंपनी रहेगी जिसमे फेसबुक,वाट्सएप्प,इंस्टाग्राम जैसे app आएंगे। जैसे गूगल की पैरेंट कंपनी का नाम अल्फाबेट है।
इनका काम तो वही चलता रहेगा,और कुछ app या गेम लाते रहेंगे।
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मेटा का नया लोगो भी लाया गया है। इसी साल जनवरी में एक बहनजी ने मिंत्रा का लोगो अश्लील कहकर बदलवा दिया था, उम्मीद है उनकी नज़र मेटा के लोगो पर न पड़े। पता नही “उस नज़र” से देखकर वो इसका क्या मतलब निकाल ले 😜😜😂
मेरा एप्प + आपका डेटा = META
जी यही है फेसबुक इंक का नया नाम और इसकी वजह भी फेसबुक के मालिक जुकरबर्ग ने एक वर्चुअल मीटिंग में स्पष्ट की है –
(नए नाम और नए logo के साथ मार्क जुकरबर्ग)
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“मौजूदा ब्रांड संभवतः हर उस चीज का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकता है जो हम आज कर रहे हैं, और इसलिए भविष्य को ध्यान में रखते हुए अभी से इसे बदलने की जरूरत है!”
“मेटा” शब्द एक ग्रीक शब्द से आया है जिसका अर्थ है “हटकर“;
वैसे “META(मेटा)” का पूरा नाम मेटावर्स है – एक ऐसी ऑनलाइन दुनिया जहां लोग वर्चुअल वातावरण में खेल सकते हैं, काम कर सकते हैं और VR हैडसेट के जरिये सिर्फ कम्प्यूटर पर होने के बजाय, सभी प्रकार के डिजिटल वातावरण को जोड़ने वाली आभासी दुनिया में प्रवेश करके सभी ऐसे काम कर सकते हैं जो हम आज वास्तविक दुनिया में करते हैं।
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तो इस आभासी (वर्चुअल ) दुनिया का उपयोग व्यावहारिक रूप से काम, खेल और संगीत कार्यक्रमों से लेकर दोस्तों और परिवार के साथ मेलजोल के लिए किया जा सकता है।
कुछ दिन पहले एक फिल्म आई थी – Free Guy – जिसमें हर व्यक्ति के पास अपना एक आईडी या करेक्टर होता है जिसके जरिये वो डिजिटल दुनिया में जाकर घूम सकता है, अपने दोस्तों या अन्य गेम उपयोगकर्ताओं से मिलजुल सकता है, और शोपिंग या काम भी कर सकता है!
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और बिलकुल यही मेटावर्स का भी भविष्य है!
कोरोना ने वैसे ही हमारी दुनिया को डिजिटल बना दिया है और इस तरह के एप्प का बनना इंटरनेट की दुनिया में एक नया कदम है!
वैसे मेटावर्स जैसे एप्प का बनना एक तरफ तो हमारे लिए वर्चुअल रियल्टी और काम करने की नयी तकनीकें मुहैया करवाएगा, वहीँ दूसरी तरफ इससे हमारी निजता का और ज्यादा हरण होने के आसार हैं (क्योंकि फेसबुक जैसे एप्प पर लोगों का पर्सनल डेटा लीक करने के आरोप लगते रहे हैं).
लेकिन हो सकता है भविष्य में मार्क जुकरबर्ग लोगों के डेटा की सुरक्षा के लिए भी कुछ अच्छे कदम उठाये!
वैसे फेसबुक ऐप, जहां पर उपयोगकर्ता अपनी पर्सनल डिटेल्स पोस्ट या अपडेट करते हैं, उसका नाम अभी नहीं बदल रहा है और इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप और फेसबुक मैसेंजर का नाम भी हाल फिलहाल नहीं बदला जा रहा है।
वैसे जुकरबर्ग ने कहा है कि नया नाम दर्शाता है कि समय के साथ, उपयोगकर्ताओं को कंपनी की अन्य सेवाओं का उपयोग करने के लिए फेसबुक का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं होगी।