कटहल के फायदे, उपयोग और नुकसान क्या हैं?
- कटहल में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है
- मिनिरल्स, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट युक्त सब्जी है ये
- कटहल कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला होता है
- कटहल में ढ़ेरों ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर की कई आवश्यकताओं को पूरा करते हैं. इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, थायमीन, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन और जिंक प्रचुर मात्रा में होता है.
कटहल कच्चा या पका कर किसी भी तरह से खाया जा सकता है। ये ऐसी सब्जी है जो कच्चे में तो सब्जी कि तरह से प्रयोग होती है लेकिन जब पक जाए तो यह फल की तरह बन जाता है। इसमें कई तरह के विटामिन, खनिज, फाइटोन्यूट्रिएंट्स, फाइबर, प्रोटीन और इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं और ये सभी चीजें हमारी शरीर की रोज की जरूरत होती है। आपको जान कर आश्चर्य होगा कि इसमें केवल इतने ही पोषण तत्व नहीं बल्कि इसमें और कई अन्य पोषक तत्व भरे होते हैं जो शरीर में कई कमियों को दूर कर बीमारियों से भी बचाता है।
आँखों के लिए बढ़िया
कटहल विटामिन ए (बीटा-कैरोटीन) का एक पावरहाउस है और यह पोषक तत्व बैक्टीरिया और वायरल संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। यह आँखों को हानिकारक पराबैंगनी किरणों से भी बचाता है। इतना ही नहीं है, यह रेटिना के पतन को भी रोकता है और मोतियाबिंद जैसे रोगों के जोखिम को भी कम करता है।
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रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है
कटहल कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला होता है। यह फाइबर,प्रोटीन और एंटीऑक्सिडेंट में भी समृद्ध होता है और ये कारक रक्त शर्करा के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। जब ये पक जाता है और फल बन जाता है तब भी ये मीठा होने के बावजूद,रक्त में शर्करा का अवशोषण धीमा ही रखता है इससे मधुमेह के रोगी इसे खा सकते हैं।
तो अपनी डाइट में अब कटहल को भी जगह देना शुरू कर दें। इसे फल या सब्जी किसी भी रूप में खाते रहें ताकि आपकी कई परेशानियां जन्म ही नहीं लेने पाएं।